Skip links

जीवन अनेक रंगों का समागम है

वैसे ही होली पर्व एक दूसरे के जीवन में खुशियां बांटने और एक दूसरे को रंगने का त्यौहार है। दूर ग्रामीण अंचल में बच्चे आज के दिन इंतजार करते हैं कि भैया दीदी लोग आयेंगे और बांटने अपने साथ खुशियां लायेंगे। इनर वॉइस सोसायटी प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्रामीण अंचल में जाकर बच्चों के साथ बच्चे हो गये। बच्चों के साथ हंसी-मजाक, गीत, चुटकुले, कविता सुनते बताते बच्चों की प्रतिभा को जाना । सच में बच्चों को सहीं तरीके से सहीं मंच मिले तो बच्चे बहुत आगे जा सकते हैं। सोसायटी के सदस्य सभी बच्चों को पिचकारी, रंग ,गुलाल, मुखौटा, खाद्य सामग्री आदि वितरित कर उनके चेहरे की खुशियों को आभास किया। बच्चों को अनैतिक जैसे कीचड़, मिट्टी आदि से होली न खेलकर रंग , गुलाल से होली खेलने की समझाइश दिया।